रतनजोत की खेती


नवभारत टाइम्स - - Navbharat Times
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जबलपुर(वार्ता): मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में मौजूदा मानसून के दौरान करीब चार लाख 72 हजार रतनजोतके पौधों का रोपण किया जाएगा। जिले में प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई इसकी खेती के प्रयासों से लगने लगा है कि अब वह दिन दूर नहीं जब बायोफ्यूल के ...

सफलता की कहानी रविवार, 10 अप्रैल, 2005
mpinfo.org/MPinfoStatic/Hindi/success/.../1004.asp
श्री राजपूत ने कृषि विभाग की सलाह पर अपने खेत की मेढ़ और ऊसर व बंजर जमीन पर जेट्रोफा (रतनजोत)की खेती की और इससे लगभग तीन लाख रुपये का लाभ कमाया। इस मेहनती कृषक को जब इस बात का पता लगा कि रतनजोत की खेती एक ऐसी खेती है जिससे न सिर्फ ...

रतनजोत, पौधा एक फायदे अनेक, कम महेनत - कम लागत और कम ...
kisankhabar.com/3884-2/
रतनजोत पौधा, अंग्रेजी में इसे जेट्रोफा कहते है। रतनजोत से बायो डीजल बनता है जो कि पर्यावरण के लिए आशीर्वाद साबित हो सकता है। खासकर के भारत जैसे देश में जहां प्रदूषण का लेवल दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है ऐसे में इस पौधे की खेती ...

रतनजोत की जमीन दें वन विकास निगम को : कांग्रेस - www ...
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रायपुर| प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि राज्य की रमन सरकार ने कभी रतनजोत की खेती का नारा देते हुए अपने चहेतों को उपकृत...

रतनजोत और करंज से वाहन और उद्योगों के ... - पाञ्चजन्य
panchjanya.com/arch/2006/5/21/File9.htm
सुदर्शन भी कई बार बेहतर भविष्य और सीमित प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भरता कम करने के लिए रतनजोत (जट्रोफा) और करंज की खेती करने का आह्वान कर चुके हैं। हालांकि भारत में रतनजोत की खेती करने और उससे बायोडीजल का उत्पादन अपने ...

बायोडीजल से बढ़ती रोजगार की संभावनाएं | इंडिया ...
hindi.indiawaterportal.org/node/48096
जैट्रोफा अथवा रतनजोत की विधिवत खेती भारत के मुख्यतः राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश तथा पंजाब राज्यों में की जाती है। संपूर्ण देश में इसकी खेती के लिए भारत सरकार की ओर से कई प्रोत्साहन योजनाएं प्रारंभ की गई हैं एवं इसकी ...

रतनजोत : पड़त भूमि के लिए वरदान | GWALIOR TIMES ...
https://gwaliortimes.wordpress.com/.../रतनजोत-पड़त-...
रतनजोत अर्थात जेट्रोफा करकस अर्थात जैव ईंधन वनस्पति पड़त भूमि के लिये वरदान साबित हो रही है । भारतवर्ष में यह ... इधर जैव ईधंन के रूप में रतनजोत के उपयोग के बाद कृषक रतनजोत की खेती में अधिक रूचि लेने लगे हैं और जागरूक भी हुये हैं ।

रतनजोत का अंधविरोध क्यों? | arganikbhagyoday
arganikbhagyoday.blogspot.com/.../blog-post_11.htm...
रतनजोत को बिना पानी के या अल्प पानी से ही उगाया जा सकता है। अत: खेती में लगे जलस्रोतों पर. रतनजोत की खेती का विशेष भार नहीं पड़ेगा। 6. रतनजोत के वृक्ष से पहले वर्ष से ही बीज मिलने लगते हैं जबकि करंज के बीज छठे वर्ष से मिलते हैं।

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